नोट छापने का अधिकार भारत सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास होता है। सिर्फ एक रुपये का नोट छोड़कर बाकी सारे नोट RBI ही छापता है। भारतीय मुद्रा का एक रुपये का नोट वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किया जाता है। इसके अलावा किसी भी तरह के नोट छापने का अधिकार केंद्रीय बैंक के पास होता है। लेकिन, नोट छापने का फैसला RBI अकेले नहीं ले सकता है। इसके लिए RBI को भारत सरकार से इजाजत लेनी होती है। सरकार भी इस फैसले को लेने के लिए RBI से पूरा विचार-विमर्श करती है और इसके बाद ही अंतिम फैसला किया जाता है। इसी तरीक से कोई नोट बंद करने या फिर नोट में कोई भी बदलाव करने संबंधी फैसला भी सरकार केंद्रीय बैंक से विचार विमर्श कर ही लेती है
पिछले महीने अयोध्या में पूरे देश से भक्त भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पहुंचे थे और तभी से ये खबरें भी वायरल होना शुरू हो गयी है की रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जल्दी ही 500 रूपए के नए नोट जारी करने वाली है |
जनवरी महीने के अंत से ही सोशल मीडिया पर नई सीरीज के 500 रुपये के बैंक नोट की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें महात्मा गांधी की जगह भगवान श्री राम की तस्वीर लगी हुई है. दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले सरकार ने नई सीरीज के नोटों से महात्मा गांधी की तस्वीर को हटाते हुए उस पर भगवान श्री राम की तस्वीर को लगाने का फैसला लिया है। लेकिन फैक्ट चेक में इसकी अलग ही सच्चाई सामने आई है। सोशल मीडिया पर राम मंदिर के प्रिंट वाला 500 रुपए का नोट चर्चा का विषय बन गया है। लेकिन, क्या सच में RBI ने राम मंदिर की सीरीज वाले 500 रुपए जारी कर दिए हैं? अगर आपको भी ऐसा कोई नोट मिला है तो आइए आपको इसकी सच्चाई बताते हैं
बैंक नोटों में किए जाने वाले बदलाव के बारे में हमें ऐसी कोई सूचना आरबीआई की वेबसाइट पर नहीं मिली और न ही किसी न्यूज रिपोर्ट्स में इसकी जानकारी दी गई है. आरबीआई की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, मौजूदा चलन वाले नई सीरीज के 2000 रुपये, 500 रुपये, 200 रुपये, 100 रुपये, 50 रुपये, 20 रुपये और 10 रुपये के नोटों पर महात्मा गांधी की ही तस्वीर लगी हुई है।