राजनीति में उतरेंगे बॉलीवुड स्टार रणदीप हुड्डा BJP की टिकट पर लड़ेंगे लोकसभा चुनाव :

Himanshu Ahlawat
बॉलीवुड स्टार रणदीप हुड्डा हरियाणा से राजनीति में उतरेंगे। उनके रोहतक लोकसभा सीट से BJP की टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि अभी भाजपा से मौजूदा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा हैं, लेकिन कांग्रेस से कड़े मुकाबले को देखते हुए उन्हें यहां के बजाय करनाल शिफ्ट कर इस सीट से रणदीप हुड्डा को भाजपा उतारने की तैयारी कर रही है।
वह हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे एवं राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को टक्कर दे सकते हैं। कांग्रेस से दीपेंद्र को टिकट मिलने की पूरी संभावना है। इसके लिए उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है।
रणदीप हुड्डा का जन्म 20 अगस्त 1976 को रोहतक के गांव जसिया में हुआ था। उनके पिता रणबीर हुड्डा मेडिकल सर्जन रहे हैं। वहीं उनकी मां आशा हुड्डा सामाजिक कार्यकर्ता रही। इसके साथ भाजपा में भी सक्रिय कार्यकर्ता रह चुकी हैं। रणदीप हुड्डा को अपने गांव से खासा लगाव है, इसलिए वह यहां अक्सर आते भी रहते हैं।
रणदीप हुड्डा की अपकमिंग फिल्म ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ शहीद दिवस के मौके पर 22 मार्च को दो भाषाओं हिंदी और मराठी में रिलीज होगी। इसमें वह लीड रोल प्ले करते भी नजर आएंगे।

कहां फस रहा है पेंच :

रोहतक में भाजपा के लिए सबकुछ आसान नहीं है। इसकी वजह है कि मौजूदा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा करनाल के बजाय रोहतक से ही लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसको लेकर वह अपनी इच्छा कई बार सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी जता चुके हैं।
3 फरवरी को अपने काम गिनाते हुए अरविंद शर्मा दीपेंद्र हुड्डा को चेतावनी दे चुके हैं कि अगर हिम्मत है तो राज्यसभा सांसद का पद छोड़कर मेरे सामने चुनाव मैदान में आएं। इसके बाद जनता तय करेगी कि किसमें कितना दम हैं। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि अरविंद शर्मा आसानी से रोहतक सीट छोड़ने वाले नहीं हैं।
कौन कहां से लोकसभा उम्मीदवार होगा इस पर भाजपा हाईकमान द्वारा फैसला लिया जाना है। हालांकि जब भाजपाइयों (रोहतक के सांसद डॉ. अरविंद शर्मा सहित) से इस बारे में सवाल किया जाता है तो उनका कहना होता है कि आलाकमान तय करेगा कि किसे चुनाव लड़ना है। आलाकमान किसी के नाम पर भी मुहर लगा सकते हैं।

आखिर क्यों है एक्टर रणदीप हुडा के नाम की चर्चा :

लोकसभा चुनाव को लेकर रणदीप हुड्डा के नाम की चर्चा इसलिए भी हो रही है, क्योंकि अभी वह फिल्मों में ज्यादा एक्टिव नहीं हैं। एक्ट्रेस लिन लैशराम के साथ वर्ष 2023 में शादी के बाद वह अपनी मां की सियासत को आगे लेकर आना चाहते हैं। इसके साथ ही हरियाणा के प्रति उनका प्रेम लगातार उनकी बातों और उनके कामों में भी दिखता रहता है।
गांव जसिया के सरपंच ओम प्रकाश हुड्डा का कहना है कि रणदीप हुड्डा और उनका परिवार गांव में मिलनसार परिवार रहा है। यदि वह लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो यहां से उनको पूरा प्यार मिलेगा। उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों को राजनीति में आकर अपने लोगों की सेवा जरूर करनी चाहिए।

रोहतक से मजबूत हैं दीपेंद्र हुड्डा :

राज्यसभा सांसद और पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा की इस बार रोहतक से मजबूत दावेदारी मानी जा रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बाद भी भाजपा के प्रत्याशी अरविंद शर्मा को उन्होंने यहां से कांटे की टक्कर दी थी। इस बार वह रोहतक को लेकर काफी सीरियस हैं, पिछले एक साले से वह यहां लगातार रैलियां और बैठकें कर रहे हैं। सबसे अहम बात यह है कि हाल ही में हुए सर्वे में भी भाजपा के कोटे की रोहतक सबसे कमजोर सीट मानी गई है।
सर्वे में सामने आया है कि रोहतक सीट भाजपा के कोटे से जा सकती है। दीपेंद्र हुड्डा इसके बाद रोहतक में काफी सक्रिय हो गए हैं। उनकी रोहतक में पकड़ को देखते हुए पार्टी भी उन्हें यहां से टिकट देने जा रही है।
2019 में पोस्टल बैलट की गिनती में हार गए थे दीपेंद्र 2019 में दीपेंद्र हुड्डा लोकसभा चुनाव हार गए थे। उन्हें इस चुनाव में 5,66,342 वोट मिले थे। EVM से उन्हें 5,63,606 वोट और बैलट पेपर के 2736 वोट मिले थे। जबकि उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के प्रत्याशी अरविंद शर्मा को 5,73,845 वोट मिले थे। EVM से उन्हें5,66,242 और बैलट पेपर से 7603 वोट मिले थे।
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