रोहतक। अखिल भारतीय जाट सूरमा स्मारक महाविद्यालय केे मुख्य सभागार में बुधवार को पेंटिंग प्रदर्शनी लगाई गई। कृति कला केंद्र की ओर से प्रदर्शनी में लगभग 4 दशक पुरानी पेंटिग दिखाकर एनएसएस स्वयंसेवकों और स्वयंसेविकाओं व कालेज के छात्रों को पेंटिंग के सिद्धांत और थीम के बारे में बताया गया। यह प्रदर्शनी कॉलेेज के सभागार में 8 मार्च तक चलेगी।
प्रदर्शनी में कॉलेज के विद्यार्थी और स्टाफ सदस्य रूचि ले रहे हैं। यह प्रदर्शनी कालेज प्राचार्या डा. शबनम राठी के निर्देशन में लगाई गई हे। कृति कला केंद्र रोहतक की महासचिव डॉ. सुनिता मलिक के नेतृत्व में प्रर्दशनीे के दौरान छात्रों और स्वयं सेवकों को पेंटिंग के इतिहास, उसके प्रति रूचि व चित्रकला के महत्व पर जानकारी दी गई। इस प्रर्दशनी में लाखों रूपयों के निर्धारित मूल्यों की पुरानी कृतियां भी प्रस्तुत की गई।
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प्रर्दशनी की मुख्य कृतियां
प्रर्दशनी में मुख्यत: प्रकृति, ग्रामीण परिवेश, भक्ति, धर्म, रंग, पर्यावरण, इमारतें, धरोहर, विद्वानों व त्यौहारों से जुड़ी कृतियां शामिल रही।
आर्टिस्ट डॉ. मनोज मलिक ने छात्रों को क्लर कम्पोज से बनाई गई पेंटिंग दिखाई। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रर्दशनी में 100 से अधिक पुरानी पेंटिंग लाई गई है जो अपने आप में कुछ न कुछ संदेश दे रही है। पेंटिग राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा कार्यशालाओं के दौरान बनाई गई। दिखाई कृतियो में विभिन्न राज्यों के ऐसे कलाकार हैं जिन्हें नेशनल अवार्ड मिले हैं।
उपस्थित सदस्य
इस मौके पर एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुशीला डबास, डॉ जसमेर हुड्डा, डॉ. शीशपाल राठी, डॉ. शमशेर धनखड़, डॉ. मनीषा दहिया व विद्यार्थी मौजूद रहे।
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