रोहतक। अखिल भारतीय जाट सूरमा स्मारक महाविद्यालय में शनिवार को पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में विशेष व्याख्यान का आयोजन हुआ, जिसमें 19 देशों में साइकिल पर यात्रा कर चुके अंतरराष्ट्रीय साइकिलिस्ट एवं जाट कॉलेज के पूर्व छात्र अज्जू देशवाल ने विद्यार्थियों को साईकिलिंग में विदेशों की यात्रा के व्यक्तिगत अनुभव साझा किए।
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साइकिलिस्ट मुकेश नैनकवाल ने भी विद्यार्थियों को साइकिलिंग करने के फायदे बताए। इस दौरान पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की कॉओर्डिनेटर डॉ. मुनीष नांदल और विभाग के अध्यक्ष डॉ. जसमेर सिंह, डॉ. अजय कुमार, डॉ. प्रदीप बल्हारा, डॉ. शमशेर धनखड़ ने बधाई दी।
साइकिलिस्ट अज्जू देशवाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि वे अब तक छोटे-बड़े 19 देशों में साइकिल के माध्यम से यात्रा कर चुके हैं। इस दौरान वे इन देशों में पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण और पौधारोपण जैसे कार्यों के लिए वहां के लोगों को प्रेरित तो करते हैं बल्कि कई देशों में पौधारोपण भी स्थानीय लोगों के साथ मिलकर किया है।
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप भाषा के साथ-साथ सांकेतिक भाषा में भी निपुण होना जरूरी है। क्योंकि जहां भाषा से कार्य पूर्ण नहीं होता वहां सांकेतिक भाषा संवाद करने में सबसे बेहतर होती है। उन्होंने कहा कि अब तक वे लाइबेरिया, श्रीलियोन, गीनी कोनाक्री, गांबिया, सेनेगल, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, भूटान के साथ-साथ विश्व के कई देशों में साइकिल के माध्यम से अपनी यात्रा कर रहे हैं।
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जल बचाने, उसे प्रदूषित न करने और पौधारोपण करने के साथ-साथ जलजनित बिमारियों से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए भारत के कई राज्यों में 85 हजार से अधिक किलोमीटर साइकिलिंग कर चुके मुकेश नैनकवाल ने कहा कि आप अपना बेस्ट जिसमें दे सकते हों वही आपके लिए बेहतर होगा लगन हो इच्छा होनी चाहिए।
ये रहे उपस्थित सदस्य
इस दौरान डॉ. जसमेर सिंह, डॉ. अजय कुमार, डॉ. प्रदीप बल्हारा, डॉ. शमशेर धनखड़, मुकेश नैनकवाल व भूमि दर्पण 24 के सदस्य भी उपस्थित रहे।
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बहुत अच्छा समाज तक जल प्रदूषित और जल संरक्षण की बात पहुंचाने के साथ-सा द पेड़ पौधे लगाने के बारे में भी जागरूक करने का काम कर रहे हैं