रोहतक-महम-हांसी रेलवे परियोजना का हुआ शुभारंभ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिखाई हरी झंडी

Amit Grewal
रोहतक रेलवे स्टेशन पर जन अभिवादन करते बिजली मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, सांसद अरविंद शर्मा व पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर। दपर्ण

हरियाणा: कांग्रेस सरकार में किए गए रोहतक-महम-हांसी रेल परियोजना के शिल्यानास और प्रोजेक्ट को वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार 16 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर जनता के लिए समर्पित कर दिया है। इस परियोजना को पूरा होने में 893.45 करोड़ की लागत आई है। यात्रियों को रोहतक से हांसी वाया महम पहुंचने के लिए 71 किलोमीटर की दूरी का सफर मात्र 45 रूपये में तय करना होगा। परियोजना से रोहतक ही नहीं अपितु पूरे हरियाणा के लोगों को इसका लाभ मिलेगा।परियोजना के शुभारंभ के अवसर पर केंद्रीय बिजली एवं भारी उद्योग मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, सांसद अरविंद शर्मा व पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने जन अभिवादन के साथ ट्रेन को रोहतक रेलवे स्टेशन से हांसी के लिए रवाना किया। इस मौके पर पूर्व सहकारिता मंत्री ने ट्रेन की बोगी दो में हांसी तक यात्रियों के साथ सफर किया। बहलबा में कैबिनेट मंत्री ने जन संबोधन के साथ आमजन को उनके वर्षों के सपने पूरे होने की शुभकामनाएं दी।

रोहतक रेलवे स्टेशन पर सजकर चलने के लिए तैयार खड़ी ट्रेन। दपर्ण

एक नजर : रंगकर्मी रघुविन्द्र मलिक ने की ‘भूमि दर्पण 24’ डिजिटल प्लेटफार्म की औपचारिक लॉन्चिग

जाने ; परियोजना के लिए मंजूरी से लेकर शुभारंभ तक का सफर:

पूर्ण जानकारी का ब्यौरा व फाइल फोटो। टीम दीपेंद्र द्वारा

सबसे पहले इस रोहतक-महम-रेलवे परियोजना को सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने 9 नवंबर 2011 में तत्कालिन केन्द्रीय मंत्री दिनेश त्रिवेदी से मंजूरी दिलवाई साथ ही 15 नवंबर 2011 को हरियाणा सरकार से मंजूरी दिलवाई। साल 2013 के रेल बजट में परियोजना को फाइनल मंजूरी मिली तथा परियोजना के लिए 385 करोड़ रूपये आवंटित करवाए गए। 28 जुलाई 2013 में हांसी में तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री मल्लिकाअर्जुन खड़गे और तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा रोहतक महम हांसी रेल परियोजना का शिल्यानास किया गया। 7 अक्टूबर 2013 व 20 दिसंबर 2013 को भूमि अधिग्रहण की धारा 2004 की प्रक्रिया पुरी हुई व 26 जून 2014 को भूमि अधिग्रहण की धारा 2006 के अंतर्गत कार्यवाही शुरू हुई। लेकिन अचानक सरकार बदली और दिसंबर 2015 में सरकार ने फाइल गुम होने की बात कही। लेकिन तुरंत प्रभाव से सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने अपने प्रयास से फाइल सरकार तक भिजवाई, परियोजना के लिए धरना दिया, संसद में आवाज उठाई तब सरकार ने 2017 में इसका कार्य शुरू किया। जो अब जाकर परियोजना का अंतिम रूप से 16 फरवरी को शुभारंभ हुआ और रोहतक महम हांसी रेल को सुचारू रूप से चलाया गया।

एक नजर: “दंगल” गर्ल अभिनेत्री सुहानी ने ली AIIMS में अंतिम सांस

Share This Article
1 Comment