रोहतक। अखिल भारतीय जाट सूरमा स्मारक महाविद्यालय में शनिवार को एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ कॉलेज प्राचार्या डॉ. शबनम राठी ने दीप प्रज्ज्वलित और पौधारोपण के साथ किया। यह विशेष कैंप निकटवर्ती गांव गढ़ी बोहर में लगाया गया है। जिसमें विद्यार्थी प्रतिदिन गांवों में विभिन्न प्रकार के जनजागरुकता के सामाजिक कार्यों के साथ ग्रामीणों से रू-ब-रू होंगे।
प्राचार्या डॉ. शबनम राठी ने कॉलेज की पांचों यूनिटों के वालिंटियर्स को संबोधित करते हुए कहा कि एनएसएस हमें नेक इंसान बनना और दूसरों की सेवा करने का जज्बा पैदा करती है। समाज सेवा की यह ज्वाला हर विद्यार्थी में जलनी चाहिए। हर विद्यार्थी को एनएसएस से जुडक़र राष्ट्र व समाज के लिए सहयोगात्मक सोच रखनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि एनएसएस से जुडक़र विद्यार्थी गलत और सही में अंतर करना सीखें और साथ ही उसे सही चयन करने का ज्ञान भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वालिंटियर्स स्टार्टअप शुरू करें और आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि प्रत्येक विद्यार्थी को किताबों से पहला प्यार होना चाहिए। उन्होंने छोटी छोटी सकारात्मक आदतों से अपनी तथा अपनों के जीवन में बदलाव लेकर आएं।
एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुशीला डबास ने कहा कि विद्यार्थी अपने उद्देश्य को बड़ा रखते हुए आगे बढ़े और राष्ट्र व समाज के प्रति समर्पण की भावना रखें। उन्होंने कहा कि एनएसएस के विद्यार्थियों में इतनी शक्ति होती है कि वे हमेशा असंभव को संभव करके दिखा सकते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर ज्यादा समय न व्यतीत करने का आह्वान किया।
शिविर में मंच संचालन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मनीषा दहिया ने किया।इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुशीला डबास, डॉ. जसमेर सिंह, डॉ. शमशेर धनखड़, डॉ. मनीषा दहिया, डॉ. शीशपाल राठी के अलावा सभी पांचों यूनिट के वालिंटियर उपस्थित रहे।