रोहतक: उपायुक्त अजय कुमार ने प्रदेश के सभी शिल्पकारों व कारीगरों का आह्वान किया कि वे उनके कल्याण के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना में पंजीकरण करवाकर इस योजना का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बने और अपना उद्यम स्थापित करके विकसित भारत में अपना योगदान दें। यदि किसी आवेदक को पंजीकरण में किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़े तो वे सीधा उनके कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
अजय कुमार स्थानीय जिला विकास भवन स्थित सभागार में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की शाखा एमएसएमई-विकास कार्यालय भिवानी द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थिगण को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह योजना गत 17 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी तथा इस योजना में कारीगरों को 15000/- तक की टूल किट और 3 लाख रू तक की राशि 5 प्रतिशत ब्याज पर बिना जमानत के लोन, मुफ्त प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपये दैनिक भत्ता, विपणन सहायता, प्रमाण पत्र और कारीगर पहचान पत्र प्रदान किये जायेंगे।
पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना:
अजय कुमार ने कहा कि योजना की पात्रता शर्तों में आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष, पिछले पांच वर्षों में पीएमईजीपी, स्वनिधि, मुद्रा योजना के तहत ऋण न लिया हो, सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति एवं उनके परिवार के सदस्य योजना के पात्र नहीं होंगे तथा एक परिवार से एक सदस्य को लाभ आदि शामिल हैं। केन्द्र सरकार द्वारा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के कल्याण के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को पहचान पत्र/सर्टिफिकेट दिया जाएगा, टूल किट खरीदने के लिए 15 हजार रुपए तक का अनुदान, सस्ता कर्ज (एक लाख रूपए पर पहली बार तथा दो लाख रुपए पर दूसरी बार), पांच दिन का प्रशिक्षण/15 दिन का एडवांस प्रशिक्षण (500 रुपए रोज भत्ता) दिया जाएगा।