हिसार के नारनौंद क्षेत्र में एक किसान परिवार के 3 सदस्यों को एक साथ ग्रुप-डी की नौकरी मिलना चर्चा का विषय बन गया है। कल तक इस परिवार में एक अधेड़ किसान के अलावा कोई और कमाने वाला नहीं था। अब इसी परिवार में 3 और कमाने वाले सदस्य जुड़ गए हैं।
जानकारी के अनुसार नारनौंद के गांव राखी शाहपुर के किसान रामनिवास की 2 बेटियों और एक बेटे को एक साथ सरकारी मिली है। इसके बाद रामनिवास और उनकी पत्नी सुनीता के चेहरे पर खुशी और सुख की झलक साफ दिख रही है। अब उनकी बेटा जतिन और बेटी रिंपी व प्रिया सरकारी नौकरी करेंगे।
एक एकड़ भूमि के मालिक रामनिवास खेतीबाड़ी कर ही अपना घर चला रहे थे। बच्चों की पूरी पढ़ाई-लिखाई का खर्चा उन्होंने कर्जा लेकर उठाया। बच्चों की इस कामयाबी के बाद राम निवास का कहना है कि उन्हें विश्वास था कि बच्चे कामयाब होकर उसका नाम रोशन करेंगे।
बिना खर्ची-पर्ची के नौकरी :
किसान रामनिवास ने बताया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि एक ही दिन उसके तीनों बच्चे सरकारी नौकरी पर लग जाएंगे। ऐसा केवल इसी सरकार में संभव हो पाया है। मुख्यमंत्री का कथन था कि बिना खर्ची और पर्ची के नौकरी मिलती है। यह हमारे लिए सच साबित हुआ है।
तीनों बच्चों की मेहनत लाई रंग किसान की बड़ी बेटी रिंपी ने बताया कि उसने दिन-रात पढ़ाई कर यह नौकरी प्राप्त की है। वह आगे भी पढ़ाई जारी रखकर और बड़ी
लेकर रहेगी।
19 साल की उम्र में मिली नौकरी :
वहीं, सबसे छोटी बेटी प्रिया ने कहा कि उसे 19 साल की उम्र में ही नौकरी मिल गई। रामनिवास ने बताया कि वह अभी अपने तीनों बच्चों से यही कहते हैं कि पढ़ाई को आखिरी दम तक जारी रखना। ताकि, वे आगे चल कर और भी बड़ा मुकाम हासिल कर सकें।