गुरुवार 28 मार्च को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा में सुनो नहरों की पुकार मिशन के संरक्षक व् शिक्षक दीपक छारा द्वारा सात दिवसीय एन एस एस कैम्प के छठे दिन जल स्वच्छता व संरक्षण के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों को पेयजलापूर्ति का एकमात्र स्त्रोत नहरो को अंधविश्वास के नाम पर प्रदूषित न करने के लिए और जल की बर्बादी रोकने के लिए जागरूक किया गया ।
एक नज़र:बाल संरक्षण इकाई द्वारा प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजन
यह जानकारी साझा करते हुए एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी सुनील भारद्वाज ने बताया कि आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुनो नहरों की पुकार मिशन के संरक्षक दीपक छारा व विशिष्ट अतिथि गणित प्राध्यापक बुध सिंह व सुरेंदर खंडेलवाल रहे । कार्यक्रम अधिकारी सीमा सिंह ने वक्ताओं को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया ।
इस अवसर पर स्वयंसेवको को सम्बोधित करते हुए दीपक छारा ने बताया कि पहले पेयजल के स्त्रोत कुवे तालाब जोहड़ बावड़ी नलकूप आदि होते थे जो धीरे धीरे खत्म होते जा रहे हैं अब अधिकतर आबादी पेयजल के लिए नहरों पर आश्रित है लेकिन कुछ लोग अंधविश्वास के कारण नहरो के बहते हुए पानी मे प्लास्टिक, तस्वीरे, मूर्तियां ,नारियल, अनाज, फल, फूल और 80 तरह के सामान डाल देते हैं जिससे पानी दूषित हो रहा है। अगर इसी तरह से हम जल को दूषित करते रहे और पेयजल की बर्बादी करते रहे तो आने वाली पीढ़ियों को पीने के लिए पानी नही मिलेगा ।
जिस तरह इसको प्रदूषित किया जा रहा है उसके कारण आमजन में बहुत सी जल जनित बीमारियों ने घेर रखा है व माइक्रो प्लास्टिक भी मानव शरीर मे मिलने लगा है । इसी तरह जल को बर्बाद करते रहे तो आने वाले समय मे पीने के लिए पानी नही मिलेगा । जल की स्वच्छता व संरक्षण के लिए हमे प्रशासन व सरकार के साथ मिलकर प्रयास करने होंगे ।
गणित प्राध्यापक बुद्ध सिंह ने बच्चों को जल प्रदूषण न करने की शपथ दिलवाई और जल बचाने का आहवान किया । एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी सुनील भारद्वाज व सीमा सिंह ने वक्ताओं को स्वयंसेवको की तरफ से आश्वस्त किया कि वो जल की बरबादी रोकेंगे प्रदूषण रोकने के लिए समाज मे आमजन को भी जागरूक करेंगे ताकि आने वाली पीढ़ियों को गम्भीर जल संकट से बचाया जा सके ।