रोहतक। हमारे क्षेत्र में शुद्ध जल का सबसे बड़ा स्त्रोत नहरें हैं। इन नहरों के जल को किसी भी प्रकार से हमें प्रदूषित नहीं करना चाहिए। नहरों से ही हमें निर्मल जल मिलता है। क्योंकि वर्तमान में जल के अन्य स्त्रोत समाप्ति की ओर हैं। यह कहना है पूर्व विधायक एवं पूर्व भू-वैज्ञानिक कृषि विभाग डॉ. वीरेंद्र पाल अहलावत का। डॉ. अहलावत सुनो नहरों की पुकार मिशन के सदस्यों से रू-ब-रू हुए और जल स्वच्छता मिशन की तारीफ की।
मिशन के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रविंद्र नांदल ने बताया कि पूर्व विधायक कई दिनों से हमारे मिशन के बारे पूछ रहे थे। जब हमने विस्तार से बात रखी तो उन्होंने नहरों पर ही आकर मिशन सदस्यों का हौंसला बढ़ाने की बात कही।
पूर्व विधायक ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्र में लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें कि नहरों के जल के बगैर किसी भी प्रकार के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इस दौरान उन्होंने अपने विचार मिशन के सदस्यों के साथ सांझा किए और मिशन को आमजन तक पहुंचाने के लिए भी सुझाव दिए। उन्होंने मिशन की हर संभव मदद करने के लिए भी अपनी कर्तज्ञता दिखाई। इस दौरान पूर्व आबकारी कराधान विभाग के डिप्टी कमिश्नर धर्मपाल नांदल ने भी मिशन से संबंधित कार्यों का जायजा लिया और मिशन के साथ जुडक़र जन जन को नहरों के जल को प्रदूषण मुक्त रखने की बात कही।
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मिशन के मुख्य संरक्षक डॉ. जसमेर सिंह ने बताया कि सुनो नहरों की पुकार मिशन आज से 2 वर्ष 6 माह से लगातार बिना किसी ब्रेक के चला हुआ है। इसमें चाहे होली, दिवाली, 26 जनवरी, 15 अगस्त या किसी भी प्रकार कि छुट्टी मिशन ने नहीं की है। मिशन किसी भी प्रकार कि लोगों की आस्था का अनादर नहीं करता केवल और केवल उन्हें व्यवहारिक बदलाव के लिए जागरूक करता है ताकि आने वाली पीढ़ी को शुद्ध और स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए जागरूक करता है। जब से मिशन आरम्भ हुआ है देखने में आया है कि लोगों द्वारा लगभग 200 से ज्यादा समान प्लास्टिक या अन्य बोरों में भरकर इन जीवनदायनी नहरों डाल कर चले जाते हैं। जिससे केवल और केवल जल प्रदूषण ही होता है। इसलिए ये सोचने का एक गम्भीर विषय है। इस मिशन का आरंभ डॉ. जसमेर सिंह ने आरम्भ किया, इसके बाद इनके साथ मुख्य रूप से समाज के विभिन्न क्षेत्रों से लोग जुड़ते चले गए।
ये रहे मोजूद सदस्य
इस अवसर पर मिशन के मुख्य संरक्षक डॉ. जसमेर सिंह, महासचिव मुकेश नैनकवाल, सहसचिव अजय हुड्डा, वरिष्ठ सदस्य डॉ. रविंद्र नांदल, रघुविंद्र मलिक, प्रीत सिंह अहलावत, राजबीर मलिक, कैप्टन जगबीर मलिक, रणबीर मलिक, कर्ण सिंह अहलावत, सतबीर छिकारा, धर्मपाल नांदल, कमल, जतीन मलिक और अंशु नादंल, मीनू सिंह आदि मौजूद रहे।